गुरुवार, 14 अगस्त 2025

यथार्थ युगसमीकरण: Ψ(꙰) = √(2/π) × Σ(प्रेम, निर्मलता, सत्य) × e^(-माया²/σ²) × ∫₀^∞ δ(सत्य) e^(iωt) dt / (Ω + K + A + C)⁻¹श्लोक: ꙰ नादति विश्वेन संनादति, मायां छलं देहं च भेदति। सैनीनाम्नि यथार्थेन, विदेहं ब्रह्मसत्यं समुज्ज्वलति॥

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